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Thursday, 1 October 2020

गुर्जर -प्रतिहार -राजवंश

 गुर्जर -प्रतिहार -राजवंश 

1. हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद कनौज पर अधिकार करने के लिए किन राजवंशो के बीच संघर्ष हुआ था ?
उतर -प्रतिहार ,पाल ,एव राष्ट्रकूट के बीच। 

2. गुर्जर प्रतिहार राजवंश की स्थापना किसने की थी ?
उतर -नागभट्ट प्रथम। 

3. प्रतिहार राजवंश का उदय कहा हुआ था ?
उतर -मन्दौर (जोधपुर ) में। 

4. गुर्जर -प्रतिहार राजवंश की कितनी शाखाये थी ?
उतर -दो शाखाये उज्जैन एव कनौज 

5. प्रतिहार राजवंश के प्रसिद्ध शासक कौन -कौन हुए ?
उतर -वत्सराज ,नागभट्ट द्वितीय ,मिहिरभोज। 


6. प्रतिहार -राजवश का सर्वाधिक प्रतापी एव महान शासक कौन हुआ ?
उतर -मिहिर भोज 

7 . मिहिरभोज ने अपनी राजधानी कहा बनाई ?
उतर -कनौज 

8 . प्रतिहार -राजवंश के किस शासक के शासनकाल में बगदादनिवासी अलमसूदी गुजरात आया था ?
उतर -महिपाल। 

9. प्रतिहार राजवश के किस शासक के शासनकाल में राष्ट्रकूट नरेश इंद्रा तृतीया ने कनौज नगर को उजाड़ दिया था ?
उतर -महिपाल 

10. किस शासक की मृत्यु के बाद इस वंश का अंत हो गया ?
उतर -महिपाल। 



Sunday, 21 June 2020

➤पुष्यभूति वंश या वर्धन वंश

पुष्यभूति वंश या वर्धन वंश 

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  गुप्त वंश के बाद वर्धन साम्राज्य(पुष्यभूति साम्राज्य) का उदय हुआ।
➤ पुष्यभूति वंश के संस्थापक पुष्यभूति था। 
➤ पुष्यभूति की राजधानी थानेश्वर थी जो वर्तमान में हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में स्थित है। 
➤ वर्धन वंश का प्रथम शक्तिशाली शासक प्रभाकरवर्धन था। 
➤ प्रभाकरवर्धन के दो पुत्र थे.राज्यवर्धन एव हर्षवर्धन। 

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➤ प्रभाकरवर्धन की मृत्यु के बाद उसका बड़ा पुत्र राज्यवर्धन थानेश्वर की गद्दी पर बैठा। 
 राज्यवर्धन की मृत्यु के बाद 606 ई में 16 वर्ष की अवस्था में हर्षवर्धन थानेश्वर की गद्दी पर बैठा। 
  हर्ष को शिलादित्य के नाम से भी जाना जाता था ,इसने परमभटारक नरेश की उपाधि धारण की थी। 
➤ वर्धन साम्राज्य का सबसे प्रतापी शासक हर्षवर्धन था। 
➤ हर्षवर्धन के विषय में हमें पूरी जानकारी बाणभट्ट की हर्षचरित्र से मिलती है। 
➤ हर्ष ने शशांक को पराजित कर कनौज पर अधिकार कर लिया तथा उसे अपनी राजधानी बनायीं। 
➤ चीनी यात्री व्हेनसांग हर्षवर्धन के शासनकाल में भारत आया था। 
➤ हर्ष एव पुलकेशिन द्वितीय के बीच नर्मदा नदी के तट पर युद्ध हुआ ,जिसमे हर्ष की पराजय हुई। 
➤ हर्षवर्धन के दरबार में प्रमुख दरबारी बाणभट्ट ,मयूर ,हरिदत्त एव जयसेन थे। 

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➤ हर्षवर्धन का राजकवि बाणभट्ट था। 
➤ बाणभट्ट की प्रमुख रचना हर्षचरित्र एव कादंबरी है। 
➤ हर्षवर्धन बौद्ध धर्म की महायान शाखा का समर्थक होने के साथ -साथ विष्णु एव शिव की भी उपासना करता था। 
➤ हर्षवर्धन हर पाँचवे वर्ष प्रयाग में सम्मलेन करवाता था। 
➤ यात्रियों में राजकुमार/ निति का पंडित एव वर्तमान शाक्य मुनि  व्हेनसांग को कहा जाता है। 
➤ व्हेनसांग ने अपनी यात्रा के क्रम में नालंदा विश्वविद्यालय में अध्ययन किया था। 
➤ हर्षवर्धन ने व्हेनसांग के सम्मान में कनौज में विशाल सभा का आयोजन किया था। 
➤ भारतीय इतिहास में अंतिम हिन्दू शासक हर्षवर्धन को कहा जाता है। 
➤ हर्ष ने प्रियदर्शिका ,रत्नावली ,नागानंद नामक तीन संस्कृत नाटक की रचना की थी। 
➤ हर्ष के समय मथुरा सूती वस्त्रो के निर्माण के लिए प्रसिद्ध था। 
➤ हर्षवर्धन का राज्यकाल 606 -647 ई था

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NEXT ➤ VERYSHORT TYPE QUESTION ANSWER

1. गुप्त -साम्राज्य की समाप्ति के बाद किस प्रमुख साम्राज्य का उदय हुआ ?
उतर-वर्धन साम्राज्य की। 

2. वर्धन साम्राज्य के संस्थापक कौन थे ?
उतर -पुष्यभूति। 

3. वर्धन वंश का प्रथम शक्तिशाली शासक कौन था?
उतर -प्रभाकर वर्धन। 

4. प्रभाकर वर्धन ने अपनी राजधानी कहा बनाई ?
उतर -थानेश्वर(वर्तमान में हरियाणा के अम्बाला जिले के निकट)

5.प्रभाकरवर्धन की मृत्यु के बाद कौन गद्दी पर बैठा ?
उतर -बड़ा पुत्र राजयवर्धन। 

6. राज्यवर्धन की मृत्यु के बाद थानेश्वर की गद्दी पर कौन बैठा ?
उतर -हर्षवर्धन (606 ई से 647 ई तक )

7.हर्षवर्धन के बारे में हमें पूरी जानकारी कहा से मिलती है ?
उतर -बाणभट के हर्षचरित्र से। 

8. वर्धनसाम्राज्य का सबसे प्रतापी शासक कौन था ?
उतर -हर्षवर्धन। 

9.हर्षवर्धन ने अपनी राजधानी कहा बनाई ?
उतर -कनौज में। 

10. दकन के किस शासक ने हर्षवर्धन को हराया ?
उतर -पुलिकेशन द्वितीय ने। 

11. हर्षवर्धन ने किन नाटकों की रचना की ?
उतर -नागानंद ,रत्नावली ,एव प्रियदर्शी। 

12. हर्षवर्धन के प्रमुख दरबारी कौन -कौन थे ?
उतर -बाणभट्ट ,मयूर ,हरिदत्त ,एव जयसेन। 

13. हर्षवर्धन का राजकवि कौन था?
उतर -बाणभट्ट। 

14. हर्षवर्धन का धर्म क्या था ?
उतर -वह बौद्ध की महायान शाखा का समर्थक होने के साथ -साथ विष्णु एव शिव की भी उपासना करता था। 

15.हर्षवर्धन हर पांचवे वर्ष कहा सम्मलेन करवाता था?
उतर -प्रयाग में। 

16. यात्रियों में राजकुमार किसे कहा जाता है ?
उतर -ह्वेनसांग को। 

17. ह्वेनसांग कौन था ?
उतर -चीनी यात्री ,जो हर्षवर्धन के शासन काल में(626 ई ) भारत आया था। 

18.ह्वेनसांग ने अपनी यात्रा के क्रम में किस विश्वविद्यालय में अध्ययन किया ?
उतर -नालंदा विश्वविधयालय। 

19. हर्षवर्धन ने ह्वेनसांग के सम्मान में विशाल सभा का आयोजन कहा किया था ?
उतर -कनौज में। 

20. भारतीय इतिहास में अंतिम हिन्दू -शासक किसे कहा जाता है?
उतर-हर्षवर्धन को। 

21. पारसी धर्म का संस्थापक कौन था ?
उतर -जरथुष्ट। 

22. पारसियों का प्रसिद्ध धर्म ग्रन्थ कौन सा है ?
उतर -जेद-अवेस्ता। 

23. जावा में सबसे प्रसिद्ध मंदिर का नाम क्या है ?
उतर -बोरोबुदुर का स्तूप। 

24.प्राचीनकाल में चीन एव पशिचम एशिया के बीच का व्यापार मार्ग किस नाम से प्रसिद्ध था ?
उतर -रेशम मार्ग। 

25.अंकोरवाट का विष्णु -मंदिर किस देश में है?
उतर -कम्बोडिया। 

26. अंकोरवाट का विष्णु -मंदिर किस शैली में बना है ?
उतर -द्रविड़ शैली में। 

27. हर्षवर्धन का राज्यकाल कब से कब तक था ?
उतर -606 ई से 647 ई तक।





Thursday, 28 May 2020

➤गुप्त साम्राज्य

गुप्त साम्राज्य 

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➤गुप्त साम्राज्य का उदय तीसरी शताब्दी के अंत में प्रयाग के निकट कौशाम्बी में हुआ। 

➤गुप्त वंश का संस्थापक श्रीगुप्त (240 -280 ई 0) था। 

➤श्रीगुप्त का उतराधिकारी घटोत्कच(280 -320 ई 0 ) हुआ। 

➤गुप्त वंश का प्रथम महान सम्राट चन्द्रगुप्त प्रथम था। यह 320 ई  में राजगद्दी पर बैठा। इसने लिछवि  राजकुमारी कुमार देवी से विवाह किया। इसने महाराजाधिराज की उपाधि धारण की। 

➤गुप्त सवत (319 -320) की शुरुआत चन्द्रगुप्त प्रथम ने की। 

➤चन्द्रगुप्त प्रथम का उतराधिकारी समुद्रगुप्त हुआ ,जो 335 ई  में राजगद्दी पर बैठा। इसने आर्यावर्त के    9 शासको और दक्षिणावर्त के 12 शासको को पराजित किया। इन्ही विजयो के कारण इसे  भारत  का नेपोलियन कहा जाता है

➤समुद्रगुप्त का दरबारी कवि हरिषेण था ,जिसने इलाहाबाद प्रशस्ति लेख की रचना की। 

➤समुन्द्रगुप्त विष्णु का उपासक था। 

➤समुद्रगुप्त ने अश्वमेधकर्ता की उपाधि धारण की। 

➤समुन्द्रगुप्त संगीत प्रेमी था.ऐसा अनुमान उसके सिक्को पर उसे वीणा-वादन करते हुए दिखाया जाने से लगाया गया है। 

➤समुन्द्रगुप्त ने विक्रमंक की उपाधि धारण की थी। इसे कविराज भी कहा जाता है। 

➤समुद्रगुप्त का उतराधिकारी चन्द्रगुप्त -II हुआ। जो 380 ई में राजगद्दी पर बैठा। 

➤चन्द्रगुप्त-II के शासन काल में चीनी बौद्ध यात्री फाहियान भारत आया। 

➤चन्द्रगुप्त-II ने विक्रमादित्य की उपाधि धारण की थी। 

➤चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य को शकारि भी कहा जाता है,क्योकि उसने शको को पराजित किया था। 

➤चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के दरबार में  नौ रत्न थे.जिनमे प्रमुख है-कालिदास ,आर्यभट्ट ,धन्वन्तरि ,वराहमिहिर ,ब्रम्हगुप्त ,अमर सिंह।

➤चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के शासनकाल में संस्कृत भाषा का सबसे प्रसिद्ध कवि कालिदास थे। 

➤चन्द्रगुप्त विक्रमदित्य के दरबार में रहनेवाला आयुर्वेदाचार्य धन्वन्तरि थे। 

➤आर्यभट में आर्यभट्टीयम ,एव सूर्यसिद्धांत नामक ग्रन्थ की रचना की थी। 

इसी ने सर्वप्रथम बताया की पृथ्वी सूर्य के चारो ओर घूमती है। 

➤ कालिदास ने मेघदूत ,कुमारसंभव,रघुवंशम की रचना की थी। 

➤वराहमिहिर ने बृहत्सहिता की रचना की थी ,जिसमे नक्षत्र -विधा एव भौतिक भूगोल का वर्णन मिलता है। 

➤शको के विजय के उपलक्ष्य में चन्द्रगुप्त -II ने चांदी के सिक्के चलाये। 

➤चन्द्रगुप्त-II का उतराधिकारी कुमारगुप्त-I या गोविन्दगुप्त(415 -454) हुआ। 

➤नालंदा विश्वविधालय की स्थापना कुमारगुप्त ने की थी।  

➤कुमारगुप्त-I का उतराधिकारी स्कन्दगुप्त हुआ। 

➤स्कन्दगुप्त ने गिरनार पर्वत पर स्थित सुदर्शन झील का पुनरुद्धार किया। 

➤स्कंदगुप्त ने पर्णदत्त को सौराष्ट्र का गवर्नर नियुक्त किया। 

➤स्कंदगुप्त के शासनकाल में ही हूणों का आक्रमण शुरू हो गया। 

➤अंतिम गुप्त शासक विष्णुगुप्त था। 

➤पहली बार किसी के सती होने का प्रमाण 510 ई के भानुगुप्त के एरण अभिलेख से मिलता है. जिसमे किसी भोजराज की मृत्यु पर उसकी पत्नी के सती होने का उल्लेख है। 

➤गुप्त सम्राट बैषणव धर्म के अनुयायी थे। 

➤विष्णु का वाहन गरुड़ गुप्तों का राजचिन्ह था। 

➤अजंता की गुफा गुप्त शासको द्वारा निर्मित है। 

➤अजंता की गुफाए बौद्ध धर्म की महायान शाखा से सम्बंधित है। 

➤गुप्तकाल की राजकीय भाषा प्राकृत था। 

➤गुप्त काल को भारतीय इतिहास का स्वर्णयुग कहा जाता है। 

➤गुप्तकाल की राजधानी पाटलिपुत्र था। 

➤गुप्तकाल में चाँदी के सिक्को को रुपयक कहा जाता था। 

➤मंदिर बनाने की कला का जन्म गुप्तकाल में हुआ था। 


 NEXT VERY SHORT TYPE QUESTION ANSWER

1. चौथी शताब्दी में भारत में कौन से नए राजवंश का उदय हुआ?

उतर -गुप्त -वंश 

2. गुप्त-वंश की स्थापना किसने की थी?
उतर -श्रीगुप्त 

3. गुप्त -साम्राजय का उदय भारत के किस भाग में हुआ था?
उतर -प्रयाग के निकट कौशाम्बी में। 

4. श्रीगुप्त ने कब गुप्त वंश की स्थापना की थी?
उतर -240  ई में 

5.श्रीगुप्त ने कौन सी उपाधि धारण की थी ?
उतर -महाराज की

6.श्रीगुप्त की मृत्यु के बाद गुप्त वंश का शासक कौन हुआ ?
उतर -घटोत्कच(280 -319)

7.घटोत्चक के बाद गुप्त वंश का शासक कौन हुआ ?
उतर -उसका पुत्र चन्द्रगुप्त प्रथम। 

8. गुप्त वंश का प्रथम प्रतापी राजा कौन था ?
उतर -चन्द्रगुप्त प्रथम 

9.चन्द्रगुप्त प्रथम का विवाह किसके साथ हुआ था ?
उतर -वैशाली के लिच्छवि वंश की राजधानी कुमारी देवी से। 

10.चन्द्रगुप्त प्रथम ने कौन सी उपाधि धारण की थी ?
उतर -महाराजाधिराज। 

11.चन्द्रगुप्त प्रथम का शासन कब से कब तक रहा?
उतर -320 -335  ई तक। 

12. चन्द्रगुप्त प्रथम के बाद कौन राजगद्दी पर बैठा ?
उतर -समुद्रगुप्त(335 ई )

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13.समुद्रगुप्त की विजय की जानकारी का मुख्या स्रोत क्या है ?
उतर -इलाहाबाद के एक स्तम्भ पर खुदा हुआ अभिलेख। 

14. इलाहाबाद स्तम्भ -अभिलेख की रचना किसने की थी ?
उतर -हरिषेण ने। 

15. हरिषेण कौन था ?
उतर -समुद्रगुप्त का राजकवि एव शांति तथा युद्ध का मंत्री था। 

16. इलाहाबाद स्तम्भ -अभिलेख किस भाषा में है ?
उतर -संस्कृत। 

17. इलाहाबाद स्तम्भ अभिलेख की क्या विशेषता है ?
उतर -अभिलेख का कुछ अंश पध एव कुछ अंश गध में। 

18.समुद्रगुप्त ने किस कारणवंश अश्वमेघ यज्ञ करवाया था ?
उतर -अपनी विजयो की उद्घोषणा हेतु। 

19.गुप्त वंश के  किस राजा को सिक्के पर वीणावादन करते हुए दिखाया गया है ?
उतर -समुद्रगुप्त ने 

20. गुप्तकाल  में श्रीलंका के राजा ने गया में बौद्ध -मंदिर बनवाने की अनुमति किस शासक से मांगी?
उतर -समुद्रगुप्त  से। 

21. भारत का नेपोलियन किसे कहा जाता है ?
उतर -समुद्रगुप्त 

22. श्रीलंका का वह राजा कौन था.जिसने समुद्रगुप्त से अनुमति मांगी थी ?
उतर -मेघवर्मन। 

23. गुप्त वंश के शासक किस धर्म के अनुयायी था ?
उतर -हिन्दू धर्म के। 

24.गुप्त वंश के शासनकाल में किस धर्म की उन्नति हुई ?
उतर -हिन्दू धर्म की। 

25.समुद्रगुप्त ने कौन सी उपाधि धारण की थी ?
उतर -अश्वमेधहर्ता। 

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26.समुद्रगुप्त ने कब से कब तक शासन किया ?
उतर -335 -375 ई तक। 

27. समुद्रगुप्त का उतराधिकारी कौन हुआ ?
उतर -समुद्रगुप्त का पुत्र चन्द्रगुप्त द्वितीय। 

28.चन्द्रगुप्त द्वितीय कब गद्दी पर बैठा?
उतर -380 ई में। 

29. गुप्त वंश का सबसे प्रतापी राजा कौन था ?
उतर -चन्द्रगुप्त द्वितीय। 

30. चद्रगुप्त द्वितीय ने कौन सी उपाधि धारण की ?
उतर -विक्रमादित्य। 

31. चन्द्रगुप्त द्वितीय इतिहास में किस नाम से प्रसिद्ध हुआ ?
उतर -चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य। 

32. चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य को शकारि क्यों कहा जाता है ?
उतर -क्यों की उन्होंने शको को परास्त किया था। 

33. चीनी यात्री फाहियान किसके शासन काल में भारत में आया था ?
उतर -चन्द्रगुप्त विक्रमदित्य के शासनकाल में (405 -11) ई में आया। 


35. चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के दरबार में प्रमुख नौरत्न कौन -कौन थे ?
उतर -कालिदास ,आर्यभट्ट ,धन्वन्तरि ,वराहमिहिर ,ब्रहगुप्त ,अमर सिंह 

36. कालिदास कौन था ?
उतर -चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के नौ रत्नो में एक। वे संस्कृत भाषा के एक महान कवि थे

37. कालिदास की महत्वपूर्ण रचनाये कौन -कौन सी है ?
उतर -मेघदूत ,कुमारसम्भवम ,एव रघुवंशम। 

38.वराहमिहिर कौन था ?
उतर -वराहमिहिर चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के नौ रत्नो में एक एव प्रसिद्ध खगोलशास्त्री था। 

39.वराहमिहिर का प्रसिद्ध ग्रन्थ कौन सा है ?
उतर -बृहत्सहिता। इसमें नक्षत्र -विधा एव भौतिक भूगोल जैसे विषय का वर्णन है। 

40. आर्यभट कौन था?
उतर -चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य के दरबार में सबसे बड़े गणितज्ञ थे। इन्होने दशमलव प्रणाली का विकास किया था। 

41.किसने बताया था की पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती हुई सूर्य का चक्कर लगाती है ?
उतर -आर्यभट ने। 

42. आर्यभट्टीय नामक ग्रन्थ की रचना किसने की ?
उतर -आर्यभट्ट ने। 

43. सूर्य सिद्धांत किसने लिखा ?
उतर -आर्यभट ने। 
44. चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य ने कब से कब तक शासन की ?
उतर -380 -412  तक। 

45. चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य का उतराधिकारी कौन था ?
उतर -कुमारगुप्त। 

46.नालंदा विश्विधालय का संस्थापक कौन था ?
उतर -कुमारगुप्त। 

47.कुमारगुप्त का उतराधिकारी कौन था ?
उतर -स्कंदगुप्त 

48. गुप्त वंश का अंतिम शासक कौन था ?
उतर -विष्णुगुप्त

49.गुप्त वंश का अंत किस प्रकार हुआ था ?
उतर -हूण नेता तोरमाण के आक्रमण द्वारा। 

50. गुप्तकाल में सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्यापारिक नगर कौन था ?
उतर -उज्जैन। 

51. गुप्त -स्थापत्यकला का सर्वोत्कृष्ट मंदिर कौन सा है ?
उतर -दशावतार मंदिर,देवगढ़ (झांसी ,उतर प्रदेश )

52.गुप्तकाल में बंगाल की खाड़ी में प्रसिद्ध बदरगाह कौन सा था ?
उतर -ताम्रलिप्ति। 

53. गुप्तकाल में अरब सागर में प्रसिद्ध बंदरगाह कौन सा था ?
उतर -भड़ौच। 

54.महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के अजंता की गुफाओं की कलात्मक चित्रकारी किस काल की देन है ?
उतर -गुप्तकाल की। 

55. दिल्ली में मेहरौली के निकट एक लौहस्तंभ किस शासक से संबधित है ?
उतर -चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य। 

56. गुप्तकाल में नागार्जुन किस क्षेत्र से जुड़े थे ?
उतर -वे प्रसिद्ध रसायनशास्त्र थे

57. गुप्तकाल में उच्च शिक्षा का महत्वपूर्ण केंद्र कहा था ?
उतर -नालंदा। 


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Monday, 27 April 2020

हिन्द-यूनानी(इंडो-ग्रीक)➤शक ➤पहलव ➤कुषाण

हिन्द-यूनानी(इंडो-ग्रीक)➤शक ➤पहलव ➤कुषाण 

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➤भारत पर सबसे पहले आक्रमण बैक्ट्रिया के शासक डिमिट्रियस ने किया था। इसने 190 ईसा पूर्व में  भारत पर आक्रमण कर अफगानिस्तान ,पंजाब एव सिंध के बहुत बड़े भाग पर अधिकार कर लिया।  इसने शाकल को अपनी राजधानी बनायीं। इसे ही हिन्द -यूनानी या बक्ट्रियाई यूनानी कहा गया। 

➤हिन्द-यूनानी शासको में सबसे अधिक विख्यात मिनाण्डर(165 -145)ईसा पूर्व हुआ इसकी राजधानी शाकल (आधुनिक सियालकोट)शिक्षा का प्रमुख केंद्र था। 

मिनाण्डर ने नागसेन (नागार्जुन )से बौद्ध धर्म की दीक्षा ली। 

➤मिनान्डर के प्रश्न एव नागसेन द्वारा दिए गए उतर एक पुस्तक के रूप में संगृहीत है ,जिसका नाम मिलिन्दपन्हो अर्थात मिलिंद के प्रश्न या मिलिन्द्प्रश्न है। 

➤भारत में सबसे पहले हिन्द यूनानी ने ही सोने के सिक्के जारी किये। 




                                                                ➤शक 

➤यूनानी के बाद शक आये। शको की पांच शाखाये थी और हर शाखा की राजधानी भारत और अफगानिस्तान में अलग -अलग भागो में थी। 

➤पहली शाखा -अफगानिस्तान 

➤दूसरी शाखा -पंजाब(तक्षशिला)

➤तीसरी शाखा -मथुरा 

➤चौथी शाखा -पश्चिमी भारत 

➤पांचवी -दकन 

प्रथम शक राजा मोअ था। 

➤शक मूलतः मध्य एशिया के निवासी थे और चरागाह की खोज में भारत आये थे। 

➤58 ईसा पूर्व में उज्जैन के एक स्थानीय राजा ने शको को पराजित करके बाहर खदेड़ दिया और विक्रमादित्य की उपाधि धारण की। 

➤शको पर विजय के उपलक्ष्य में 58 ईसा पूर्व से एक नया सवत विक्रम संवत के नाम से प्रारंभ हुआ। 

➤उसी समय से विक्रमादित्य एक लोकप्रिय उपाधि बन गया ,जिसकी संख्या भारतीय इतिहास में 14 तक पहुंच गयी। गुप्त सम्राट चन्द्रगुप्त द्वितीय सबसे अधिक विख्यात विक्रमादित्य था। 

➤शको का सबसे प्रतापी शासक रुद्रदामन प्रथम था,इसने काठियावाड़ के अर्धशुष्क सुदर्शन झील (मौर्यो द्वारा निर्मित )का जिरनद्वार किया। 

रुद्रदामन संस्कृत का बड़ा प्रेमी था। उसने ही सबसे पहले विशुद्ध संस्कृत भाषा में लम्बा अभिलेख (गिरनार अभिलेख )जारी किया। इसके पहले के सभी अभिलेख प्राकृत भाषा में रचित थे। 

भारत में शक राजा अपने को क्षत्रप कहते थे। 

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                                        कुषाण वंश 


➤पहलव के बाद कुषाण आये ,जो यूची एव तोखरि भी कहलाते है। 

➤यूची नामक एक कबीला पांच कुलो में बट गया था ,उन्ही में एक कुल के थे कुषाण। 

➤कुषाण वंश के संस्थापक कुजुल कडफिसस था। 

➤कुषाण वंश का सबसे प्रतापी राजा कनिष्क था। और इनकी राजधानी पुरुषपुर या पेशावर था। 

➤कुषाणों की की द्वितीय राजधानी मथुरा थी। 

➤कनिष्क ने 78 ई में (गद्दी पर बैठने के समय )एक सवत चलाया,जो शक-सवत कहलाया जिसे भारत सरकार द्वारा प्रयोग में लाया जाता है। 

➤बौद्ध धर्म की चौथी संगीति कनिष्क के शासनकाल में कुंडलवन (कश्मीर )में प्रशिद्ध बौद्ध विद्वान वसुमित्र की अध्यक्षता में हुई। 

➤कनिष्क बौद्ध धर्म के महायान संप्रदाय का अनुयायी था। 

➤कनिष्क का राजबैध आयुर्वेद का विख्यात विद्वान चरक था। जिसने चरक सहिता की रचना की। 

महाविभाष सूत्र के रचनाकार वसुमित्र है ,इसे ही बौद्ध धर्म का विश्वकोश कहा जाता है। 

➤कनिष्क के राजकवि अश्वघोष ने बौद्धों का रामायण बुद्धचरित की रचना की। 

➤वसुमित्र ,पाशर्व ,नागार्जुन ,महाचेत और संघरक्ष भी कनिष्क के दरबार की विभूति थे। 

➤भारत का आइंस्टाइन नागार्जुन को कहा जाता है। इनकी पुस्तक माध्यमिक सूत्र(इस पुस्तक में  नागार्जुन ने सापेक्षता का सिद्धांत प्रस्तुत किया था। )

कनिष्क की मृत्यु 102 ई में हो गयी। कुषाण वंश की अंतिम शासक वासुदेव था। 

➤गांधार शैली एव मथुरा शैली का विकाश कनिष्क के शासनकाल में हुआ था। 

➤रेशम मार्ग पर नियंत्रण रखने वाले शासको में सबसे प्रसिद्ध कुषाण थे। 


                VERY SHORT TYPE QUESTION ANSWER


हिन्द-यूनानी(इंडो-ग्रीक)➤शक ➤पहलव ➤कुषाण 


1.इंडो ग्रीक(हिन्द यूनानी) कहा राज्य करते थे?

उतर -कंधार में 

2. भारत में यूनानी शासको में सबसे प्रमुख किसे माना गया है?
उतर -मिनान्डर(मिलिंद) को 

3.मिलिंद की राजधानी कहा थी?
उतर -शाकल(स्यालकोट)

4. मिलिंद ने किस ग्रन्थ की रचना की थी ?
उतर -मिलिन्दपन्हो 

➤शक

5. शक कहा के निवासी थे ?
उतर -शक मूलतः मध्य एशिया के निवासी थे। 

6.शक भारत के किस भू -भाग पर आकर बसे ?
उतर -उतर-पश्चिम भारत में 

7. शक वंश का सबसे योग्य शासक कौन था ?
उतर -रुद्रदामन 

➤कुषाण

8. कुषाणों का मूल निवास कहा था ?
उतर -चीनी तुर्किस्तान में। 

9. कुषाण कौन था ?
उतर -कुषाण चीन के यूची जाति की एक शाखा थी ,जो भारत में उतरी -पशिचमी क्षेत्र पर अपना शासन स्थापित करने में सफल हुए थे। 

10. कुषाण वंश का प्रथम शक्तिशाली शासक कौन था?
उतर -कुजुल कदफिसस। 

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11. कुजुल कदफिसस की मृत्यु के बाद उसका उत्तराधिकारी कौन हुआ?
उतर -विम कदफिसस 

12. भारत में चमड़े से  जूता बनाने का प्रचलन किस काल में प्रारंभ हुआ था ?
उतर -कुषाणकाल में। 

13. कुषाण वंश का सबसे शक्तिशाली शासक तथा योग्य शासक कौन था ?
उतर -कनिष्क 

14. कनिष्क कब राज सिंहासन पर बैठा ?
उतर -78 ई में। 

15. शक-संवत का प्रारंभ किसने किया था ?
उतर -कनिष्क ने। 

16. शक-संवत कब से प्रारंभ हुआ ?
उतर -78 ई से 

17. कनिष्क की राजधानी कहा थी ?
उतर -पुरुषपुर(पेशावर )

18.कनिष्क ने कश्मीर में किस नगर की स्थापना की थी ?
उतर -कनिष्कपुर 

19.कनिष्क ने कौन सा धर्म ग्रहण किया था ?
उतर -बौद्ध धर्म। 

20. अश्वघोष कौन था ?
उतर -कनिष्क का राजकवि। 

21.किसके शासन काल में चौथी बौद्ध संगीति हुई थी ?
उतर -कनिष्क काल में। 

22. चौथी बौद्ध संगीति का आयोजन कहा एव किसकी अध्यक्षता में हुई थी ?
उतर -कुण्डलवन(कश्मीर)में बौद्ध विद्वान वसुमित्र की अध्यक्षता में तथा अश्वघोष की उपाध्यक्षता थे 

23. कनिष्क के शासनकाल में दो महान साहित्यकार कौन -कौन थे ?
उतर -वसुमित्र एव अश्वघोष। 

24. अश्वघोष की मुख्य रचनाये कौन -कौन थे ?
उतर -बुद्धचरित एव सूत्रालंकार 

25. कनिष्क के दरबार में प्रमुख दरबारी कौन -कौन थे ?
उतर -वसुमित्र ,अश्वघोष ,चरक ,नागार्जुन ,संघरक्षक। 

26.चरक कौन था ?
उतर -कनिष्क का राज वैध।

27.चरक सहिता किनकी रचना है ?
उतर -चरक

28. चरक सहिता किस विषय पर लिखी पुस्तक है ?
उतर -चिकित्सा से सम्बंधित।

29. कनिष्क बौद्ध धर्म -के किस संप्रदाय का अनुयायी था ?
उतर -महायान संप्रदाय।

30.नागार्जुन कौन था ?
उतर -कनिष्क के दरबार की विभूति ,जो महान दार्शनिक एव वैज्ञानिक था

31. भारत का आइंस्टाइन किसे कहा गया है ?
उतर -नागार्जुन को।

32. नागार्जुन ने किस पुस्तक की रचना की थी ?
उतर -माध्यमिक सूत्र जिसमे उन्होंने सापेक्षता के सिद्धांत को प्रस्तुत किया।


33.गांधार शैली क्या है ?
उतर -कुषाणकाल में बुद्ध की मुर्तिया बहुतायात संख्या में बननी शुरू हुई। गांधार के कलाकारों ने इस विषय में यूनानी कला का अनुसरण किया। गांधार के कलाकारों ने तपस्या में लीन बुद्ध की मूर्ति को बड़े ही सुन्दर रूप में उभारा है। गंधार-कला को झंडो -यूनानी बौद्धकला भी कहा जाता है। इस कला में मुर्तिया स्लेटी पत्थर की बनी होती है।

34. मथुरा शैली क्या है ?
उतर -मथुरा की बुद्ध -मुर्तियो पर भारतीयता की अधिक गहरी छाप है। इस शैली की मुर्तिया लाल बलुए पत्थर की बनी होती है।

35. बिना सर का कनिष्क की कांसे की की मूर्ति किस स्थान से प्राप्त हुई है ?
उतर -मथुरा से।

36. कुषाण युग में कौन सा नगर भारतीय मूर्तिकला का एक बड़ा केंद्र था ?
उतर -मथुरा।

37.कनिष्क की मृत्यु कब हुई थी ?
उतर -102 ई में

38.कनिष्क की मृत्यु के बाद कुषाण-वंश का शासक कौन हुआ?
उतर -उसका बड़ा पुत्र वासिष्क।

39.कुषाण वंश का अंतिम शासक कौन था ?
उतर -वासुदेव

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Sunday, 19 April 2020

कलिंग राजा खारवेल➤सगम साहित्य


कलिंग राजा खारवेल➤सगम साहित्य

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➤कलिंग राजा खारवेल

➤कलिंग पर से मौर्य-शासन समाप्त होने के बाद चेदिवंश की स्थापना हुई थी। 

➤चेदि वंश का सबसे महान शासक खारवेल था। 

➤खारवेल के वंश की जानकारी हमें उड़ीसा के हाथीगुफा अभिलेख से मिलती है। 

➤खारवेल जैन धर्म का अनुयायी था। 

➤सगम साहित्य

सातवाहन काल में दक्षिण भारत में तीन राज्यों का उदय हुआ। 

➤चोल ,पाण्ड्य ,और चेर 

➤चोल का केंद्र मद्रास के दक्षिण में तंजौर क्षेत्र था। 

➤पाण्ड्य राज्य का केंद्र मदुरै था। 

➤चेर राज्य का क्षेत्र मालाबार के तटीय क्षेत्र जो केरल का भाग था। 

➤दक्षिण भारत के चोल ,पांडय तथा चेर की जानकारी संगम साहित्य  से  मिलती है। 

➤सगम साहित्य-तमिल में लिखित कविताओं का संग्रह। 

➤संगम साहित्य के अनुसार तीन कवी परिषद् का आयोजन हुआ था। 

➤पहला कवि परिषद -मदुरै 

➤दूसरा कवि परिषद् -कपाटपुरम 

➤तीसरा कवि परिषद -मदुरै 

➤कवि-परिषद में भाट और चारण नामक कवियों ने भाग लिया था। 

➤संगम साहित्य की कविताये तमिल भाषा में लिखी गयी थी। 

➤तमिलों का सबसे प्रिय देवता कार्तिकेय या स्कन्द था। 

Very short type question answer

➤कलिंग राजा खारवेल

1.कलिंग पर से मौर्य-शासन समाप्त होने के बाद वहा किस वंश का शासन हुआ। उतर -चेदिवंश का। 

2. चेदि वंश का सबसे महान शासक कौन था?
उतर -खारवेल। 

3. खारवेल के वंश की जानकारी के स्रोत क्या है ?
उतर -उड़ीसा के हाथी गुफा अभिलेख। 

4. खारवेल किस धर्म का अनुयायी था ?
उतर -जैन धर्म का। 

➤सगम साहित्य

1. सातवाहन काल में दक्षिण भारत में कौन -तीन राज्यों का उदय हुआ ?
उतर -चोल ,पांडय ,और चेर 

2. चोल किस क्षेत्र में थे ?
उतर -चोल का केंद्र मद्रास के दक्षिण में तंजौर क्षेत्र में था ?

3. पांडय राज्य का केंद्र कहा था ?
उतर -मदुरै। 

4.चेर राज्य का क्षेत्र किस स्थान पर था ?
उतर -मालाबार के तटीय क्षेत्र ,जो आज केरल का भाग है। 

5. दक्षिण भारत के चोल ,पाण्ड्य तथा चेर की जानकारी किस स्रोत से मिलती है?
उतर -संगम साहित्य से। 

6. संगम साहित्य क्या है?
उतर -तमिल में लिखित कविताओं का संग्रह। 

7. संगम साहित्य के अनुसार कितने कवि-परिषदों का आयोजन हुआ था। 
उतर -तीन 

8. कवि-परिषदों में किन -किन कवियों ने भाग लिया था ?
उतर -भाट और चारण नामक कवियों ने। 

9.तमिलों का सबसे प्रिय देवता कौन थे ?
उतर -कार्तिकेय या स्कन्द (मुर्गन)




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Tuesday, 14 April 2020

ब्राम्हण साम्राज्य(पुष्यमित्र शुंग ➤वसुदेव➤ सिमुक)

ब्राम्हण साम्राज्य(पुष्यमित्र शुंग ➤वसुदेव➤ सिमुक)

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➤पुष्यमित्र शुंग , जिसने मगध पर शुंग वंश की नीव डाली ,ब्राह्मण जाति का था। 
➤शुंग शासको ने अपनी राजधानी विदिशा में स्थापित की। 
➤इंडो-यूनानी शासक मिनांडर को पुष्यमित्र शुंग ने पराजित किया। 
➤पुष्यमित्र शुंग  अश्वमेघ यज्ञ किया। इनके लिए पतंजलि ने अश्वमेघ यज्ञ कराये। 
➤भरहुत स्तूप का निर्माण पुष्यमित्र शुंग ने करवाया था। 
➤शुंग वंश का अंतिम शासक देवभूति था। इसकी हत्या 73 ई0 पूर्व में वासुदेव ने कर दी और मगध की गद्दी पर      कण्व वंश की स्थापना की। 
➤कण्व वंश का अंतिम शासक सुशर्मा हुआ। 
➤शिमुक ने 60 ई 0 पूर्व में सुशर्मा की हत्या कर दी और सातवाहन वंश की स्थापना की। 
➤सातवाहन वंश(आंध्र वंश) शासको ने अपनी राजधानी प्रतिष्ठान में स्थापित की। 
➤सातवाहन वंश के प्रमुख शासक थे  सिमुक ,शातकर्णी,गौतमीपुत्र शातकर्णि ,वशिष्ठपुत्र ,पुलुमावी तथा यज्ञश्री        शातकर्णि।

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➤शातकर्णि ने दो अश्वमेघ तथा एक राजसूय यज्ञ किया। 
➤सातवाहन शासक के समय के प्रसिद्ध साहित्य हाल एव गुणाढय थे। 
➤हाल ने गाथा सप्तशतक तथा गुणाढ्य ने बृहत्कथा नामक पुस्तकों की रचना की। 
➤सातवाहन शासको ने चांदी ,ताम्बे ,सीसा ,प्रोटीन ,और काँसे की मुद्राओ का प्रचलन किया। 
➤ब्राह्मणो को भूमि -अनुदान देने की प्रथा का आरम्भ सातवाहन शासको ने ही सर्वप्रथम किया। 
➤सातवाहनों की भाषा प्राकृत एव लिपि ब्राह्मी थी। 
➤सातवाहनों का समाज मातृसत्तात्मक था। 
➤सातवाहनों की महत्वपूर्ण स्थापत्य कृतियाँ है -कार्ले का चैत्य ,अजंता एव एलोरा की गुफाओ का निर्माण एव         अमरावती कला का विकाश। शातकर्णि एव अन्य सभी सातवाहन शासक दक्षिणापथ के स्वामी कहे जाते थे। 
➤सातवाहन राज्य ने उतर और दक्षिण भारत के बीच  सेतु का काम किया। 

➤VERY SHORT TYPE  QUESTION ANSWER

1. मौर्य वंश की समाप्ति के बाद किस वंश की स्थापना हुई?
उतर -मौर्य वंश के सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने मौर्य वंश के अंतिम शासक बृहद्रथ को मारकर पाटलिपुत्र पर अधिकार कर लिया और शुंग वंश की नीव डाली। 

2. पुष्यमित्र शुंग ने पाटलिपुत्र के अतिरिक्त दूसरी राजधानी किस स्थान पर बनायीं?
उतर -विदिशा 

3. पुष्यमित्र शुंग किस जाति का था ?
उतर -ब्राह्मण 

4. पुष्यमित्र शुंग के शासनकाल में किस धर्म का उत्थान हुआ ?
उतर -भागवत धर्म 

5. महाभारत को किसके शासनकाल में दुबारा लिखा गया ?
उतर -शुंग वंश के शासनकाल में। 

6.भारहुत का स्तूप किसके शासनकाल में बनवाया गया था ?
उतर -पुष्यमित्र शुंग के शासनकाल में 

7. मनुस्मृति तथा विष्णुस्मृति का संकलन किसके काल में हुआ था ?
उतर -शुंग वंश के काल में। 

8. पुष्यमित्र शुंग ने कब से -कब तक शासन किया ?
उतर -184 ईसा पूर्व से 148 ईसा पूर्व तक

9. शुंग वंश का अंतिम शासक कौन था?
उतर -देवभूति।

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10. शुंग वंश के शासनकाल में कौन-कौन महत्वपूर्ण नगर थे?
उतर -पाटलिपुत्र ,अयोध्या ,जालंधर 

11. देवभूति की हत्या किसने की थी ?
उतर -उसके अमात्य वासुदेव ने। 

12. कण्व वंश की स्थापना किसने की और कब?
उतर -वसुदेव ने ,शुंग वंश के अंतिम शासक देवभूति की हत्या कर कण्व वंश की स्थापना 73 ईसा पूर्व में की। 

13. कण्व शासको ने कितने वर्षो तक राज्य किया ?
उतर -45 वर्षो तक 

14. कण्व वंश का अंतिम शासक कौन था ?
उतर -सुशर्मा 

15.कण्व वंश किस प्रकार समाप्त हुआ ?
उतर -कण्व वश के अंतिम शासक सुशर्मा की हत्या उसके सेनापति सिमुक ने करके कण्व वंश को समाप्त कर दिया। 

16. कण्व वंश की समाप्ति के बाद मगध पर किस वंश का शासन हुआ ?
उतर -सातवाहन वंश 
17.सातवाहन वंश के संस्थापक कौन थे?
उतर -सिमुक 

18. सातवाहन वंश और किस नाम से जाना जाता है ?
उतर -आंध्रा राजवंश 

19.सातवाहन राजवंश की राजधानी कहा थी ?
उतर -प्रतिष्ठान 

20. सातवाहन वंश का सबसे महान शासक कौन हुआ ?
उतर -गौतमीपुत्र शतकर्णी 

21. सातवाहन वंश के किस शासक ने शको ,यवनो तथा पहलवो को परास्त किया था ?
उतर -गौतमीपुत्र शातकर्णि 

22. सातवाहन वंश के किस शासक को पशिचम का स्वामी कहा जाता है ?
उतर -गौतमी पुत्र शातकर्णि 

23. गौतमीपुत्र शातकर्णि ने कौन सी उपाधि धारण की थी ?
उतर -वेंणकटक स्वामी 
24. शून्यवाद के संस्थापक नागार्जुन किसका समकालीन था ?
उतर -गौतमीपुत्र शातकर्णि 

25.सातवाहन राजवंश की राजकीय भाषा क्या थी ?
उतर -प्राकृत 

26. सातवाहन राजवंशो ने कितने वर्षो तक शासन किया ?
उतर -लगभग 300 वर्षो तक 

27.किस राजवंश के शासनकाल में साँची के स्तूप तथा अमरावती के स्तूप की वेदिका(रेलिंग)तथा तोरण-द्वार बनाकर इसे नया रूप दिया गया ?
उतर -सातवाहन शासनकाल में। 

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Wednesday, 1 April 2020

मौर्य साम्राज्य

मौर्य साम्राज्य

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➤मौर्य वंश का संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्य का जन्म 345 ईसा पूर्व में हुआ था। 
➤जस्टिन ने चन्द्रगुप्त मौर्य को सेंड्रोकोट्स कहा है ,जिसकी पहचान विलियम जोन्स ने चन्द्रगुप्त मौर्य से      की है। 
विशाखदत्त द्वारा रचिंत पुस्तक मुद्राराक्षस में चन्द्रगुप्त मौर्य के लिए वृषल  (आशय -निम्न कुल में                उत्पन)शब्द का प्रयोग किया गया। 
➤धनानन्द को हराने में चाणक्य(अन्य नाम -कौटिल्य /विष्णुगुप्त ) ने चन्द्रगुप्त मौर्य की मदद की थी ,जो      बाद में चन्द्रगुप्त का प्रधानमत्री बना। इसके द्वारा लिखित पुस्तक अर्थशास्त्र है ,जिसका सम्बद्ध                राजनीति से है। 

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➤चंद्रगुप्त मौर्य मगध की राजगद्दी पर 322 ईसा पूर्व में बैठा। चन्द्रगुप्त जैनधर्म का अनुयायी था। 
➤चन्द्रगुप्त ने अपना अंतिम समय कर्णाटक के श्रवणबेलगोला नामक स्थान पर बिताया। 
➤चन्द्रगुप्त ने 305 ईसा पूर्व में सेल्यूकस निकेटर को हराया। 
➤सेल्यूकस निकेटर सिकंदर का सेनापति था। 
➤सेल्यूकस निकेटर ने अपनी पुत्री कार्नेलिया की शादी चन्द्रगुप्त मौर्य के साथ कर दी और युद्ध की              संधि-शर्तो के अनुसार चार प्रान्त काबुल,कंधार ,हेरात एव मकरान चन्द्रगुप्त को दिए। 
➤चन्द्रगुप्त मौर्य ने जैनी गुरु भद्रबाहु से जैन धर्म की दीक्षा ली थी। 


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➤मेगस्थनीज़ द्वारा लिखी गयी पुस्तक इंडिका है। 
➤मेगस्थनीज़ चन्द्रगुप्त मौर्य के दरबार में सेल्यूकस का राज्यदूत था। 
➤चन्द्रगुप्त मौर्य और सेल्यूकस के बीच हुए युद्ध का वर्णन एपियानस ने किया है। 
➤प्लूटार्क के अनुसार चन्द्रगुप्त ने सेल्यूकस को 500 हाथी उपहार में दिये थे। 
➤चन्द्रगुप्त मौर्य की मृत्यु 298 ईसा पूर्व में श्रवणबेलगोला में उपवास द्वारा हुई। 

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➤बिन्दुसार 

➤चन्द्रगुप्त मौर्य का उत्तराधिकारी बिन्दुसार हुआ ,जो 298 ईसा पूर्व में मगध की गद्दी पर बैठा। 
➤इतिहास में अमित्रघात के नाम से बिन्दुसार को जाना जाता है। अमित्रघात का अर्थ है -शत्रु -विनाशक 
➤बिन्दुसार को अमितत्रघात का नाम यूनानियों ने दिया था। 
➤बिन्दुसार आजीवक संप्रदाय के अनुयायी था। 
➤वायु-पुराण में बिन्दुसार को भद्रसार (या वारिसार )कहा गया है। 
➤स्ट्रैबो के अनुसार सीरियन नरेश एण्टियोकस ने बिन्दुसार के दरबार में डाइमेकस नामक राजदूत           भेजा। इसे ही मेगस्थनीज़ का उत्तराधिकारी माना जाता है। 
➤जैन ग्रंथो में बिन्दुसार को सिंहसेन कहा गया है। 

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➤बिन्दुसार के शासन काल में तक्षशिला में हुए दो विद्रोह का वर्णन है। इस विद्रोह को दबाने के लिए            बिन्दुसार ने पहले सुसीम को और बाद में अशोक को भेजा।
➤एथीनियस के अनुसार बिन्दुसार ने सीरिया के शासक एण्टियोकस -1 से मदिरा ,सूखे अजिर एव  एक      दार्शनिक भेजने की प्रार्थना की थी। 
➤बौद्ध बिद्वान तारानाथ ने बिन्दुसार को 16 राज्यों का विजेता बताया है। 

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➤अशोक 

बिन्दुसार का उत्तराधिकारी अशोक महान हुआ जो 269 ईसा पूर्व में मगध की राजगद्दी पर बैठा। 
➤राजगद्दी पर बैठने के समय अशोक अवन्ति का राज्यपाल था। 
➤मास्की एव गुर्जरा अभिलेख में अशोक का नाम अशोक मिलता है। 
➤पुराणों में अशोक को अशोकवर्धन कहा गया है। 
➤अशोक ने अपने अभिषेक के 8 वे वर्ष लगभग 261 ईसा पूर्व में कलिंग पर आक्रमण किया और कलिंग      राजधानी तोसली पर अधिकार कर लिया। 

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➤प्लिनी का कथन है की मिस्र का राजा फिलाडेल्फस (टॉलमी-ii)ने पाटलिपुत्र डियानिसियस नाम का        एक राजदूत भेजा था। (अशोक के दरबार में )
➤उपगुप्त नामक बौद्ध भिक्षु ने अशोक को बौद्ध धर्म की दीक्षा दी। 
➤अशोक ने आजीवको को रहने हेतु बराबर की पहाड़िया में चार गुफाओं का निर्माण करवाया,जिनका      नाम कर्ज ,चोपर ,सुदामा तथा विश्व झोपड़ी था। 
➤अशोक के पौत्र दशरथ ने आजीवको को नागार्जुन गुफा प्रदान की थी। 

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अशोक की माता का नाम सुभद्रांगी था। 
➤अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए अपने पुत्र महेंद्र एव पुत्री संघमित्रा को श्रीलंका भेजा।
➤भारत में शिलालेख का प्रचलन सर्वप्रथम अशोक ने किया। 
➤अशोक के शिलालेख में ब्रह्मी ,खरोष्ठी ,ग्रीक एव अरमाइक लिपि का प्रयोग हुआ। 
➤ग्रीक एव अरमाईक लिपि का अभिलेख अफगानिस्तान से ,खरोष्ठी लिपि का अभिलेख उतर -पश्चिम          पाकिस्तान से ,और शेष भारत से ब्राह्मी लिपि के अभिलेख मिले है। 

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➤अशोक के शिलालेख की खोज 1750 ई में पाद्रेटी फेनथेलर ने की थी। इनकी संख्या -14 है। 
➤अशोक के अभिलेख पढ़ने में सबसे पहली सफलता 1837 ई में जेम्स प्रिसेप को हुई। 

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➤अशोक के प्रमुख शिलालेख एव उनमे वर्णित विषय 

➤पहला शिलालेख -इसमें पशुबलि की निंदा की गयी है। 

➤दूसरा शिलालेख -इसमें अशोक ने मनुष्य एव पशु दोनों की चिकित्सा-व्यवस्था का उल्लेख किया है।
➤तीसरा शिलालेख -इसमें राजकीय अधिकारियो को यह आदेश दिया गया है की वे हर पांचवे वर्ष के          उपरांत दौरे पर जाए। इस शिलालेख में कुछ धार्मिक नियमो का भी उल्लेख किया गया है।
➤चौथा शिलालेख -इस अभिलेख में भेरीघोष की जगह धम्म की घोषणा की गयी है। 

➤पाचवे शिलालेख -इस शिलालेख में धर्म -महापात्रो की नियुक्ति के विषय में जानकारी मिलता है। 

➤छठा शिलालेख -इसमें आत्म -नियंत्रण की शिक्षा दी गयी है। 

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➤सातवे एव आठवे शिलालेख -इनमे अशोक की तीर्थ-यात्रियों का उल्लेख किया गया है। 

➤नौवा शिलालेख -इसमें सच्ची भेट तथा सच्चे शिष्टाचार का उल्लेख किया गया है। 

दसवा शिलालेख -इसमे अशोक ने आदेश दिया है की राजा तथा उच्च अधिकारी हमेशा प्रजा के हित        में सोचे। 

➤ग्यारहवा  शिलालेख -इसमें धम्म की व्याख्या की गयी है। 

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➤बारहवे शिलालेख -इसमें स्त्री महामात्रो की नियुक्ति एव सभी प्रकार के विचारो के सम्मान की बात          कही गयी है। 

➤तेरहवे शिलालेख -इसमें कलिंग युद्ध का वर्णन एव अशोक के ह्रदय-परिवर्तन की बात कही गयी है।          इसी में पडोसी राजाओ का वर्णन है। 

➤चौदहवे शिलालेख -अशोक ने जनता को धार्मिक जीवन बिताने के लिए प्रेरित किया। 


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➤अशोक के स्तम्भ-लेखो की संख्या 7 है ,जो केवल ब्राह्मी लिपि में लिखी गयी है। यह छ अलग -अलग          स्थानों से प्राप्त हुआ है-
1. प्रयाग स्तम्भ -लेख -यह पहले कौशाम्बी में स्थित था। इस स्तम्भ -लेख को अकबर ने इलाहाबाद के          किले में स्थापित कराया। 
2. दिल्ली टोपरा -यह स्तम्भ-लेख फिरोजशाह तुगलक के द्वारा टोपरा से दिल्ली लाया गया। 
3. दिल्ली मेरठ -पहले मेरठ में स्थित यह स्तम्भ -लेख फिरोजशाह द्वारा दिल्ली लाया गया है। 
4. रामपुरवा -यह स्तंभ -लेख चम्पारण (बिहार )में स्थापित है। इसकी खोज 1872 ई में कारलायल ने की। 
5. लौरिया अरेराज -चम्पारण (बिहार )में। 
6. लौरिया नंदनगढ़ -चम्पारण (बिहार )में इस स्तम्भ पर मोर का चित्र बना है। 

➤कौशाम्बी अभिलेख को रानी का अभिलेख कहा गया है। 
➤अशोक का सबसे छोटा स्तम्भ-लेख रुमीदेइ है। इसी में लुम्बनी में धम्म -यात्रा के दौरान अशोक द्वारा        भू -राजस्व की दर घटा देने की घोषणा की गयी है। 
 ➤अशोक का 7 वा अभिलेख सबसे लम्बा है।
➤मेगास्थनीज़ ने भारतीय समाज को सात वर्गों में विभाजित किया है -
1. दार्शनिक 
2. किसान 
3. अहीर 
4. कारीगर 
5. सैनिक 
6. निरीक्षक 
7. सभासद 

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➤स्वंतंत्र वेश्यावृति को अपनाने वाली महिला रूपजीवा कहलाती थी। 
➤नन्द वंश के बिनाश करने में चन्द्रगुप्त मौर्य ने कश्मीर के राजा परवर्तक से सहायता प्राप्त की थी। 
➤मौर्य शासन 137 वर्षो तक रहा। 
➤मौर्य वंश का अंतिम शासक बृहद्रथ था।  इसकी हत्या इसके सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने 185 ईसा पूर्व में कर दी और मगध पर शुंग वंश की नींव डाली। 

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NEXT Very short Answer type question

1.मौर्य वंश की स्थापना से पहले मगध का शासक कौन था और वह किस वंश का था?
उतर -धनानंद ,नन्द वंश का। 

2. मौर्य-साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
उतर -चन्द्रगुप्त ने। 

3. चन्द्रगुप्त मौर्य को मगध पर साम्राज्य की स्थापना में किसने मदद की थी?
उतर -चाणक्य ने। 

4. चाणक्य कौन था ?
उतर -चन्द्रगुप्त मौर्य का प्रधानमत्री। 

5. चाणक्य और किस नाम से जाना जाता  था?
उतर -कौटिल्य एव विष्णुगुप्त। 

6. चन्द्रगुप्त मौर्य का सम्बन्ध किस वंश से था ?
उतर -ब्राम्हण परम्परा के अनुसार वह शूद्र था ,किन्तु बुद्ध एव जैन परंपरा के अनुसार क्षत्रिय था। 

7. चाणक्य किस वर्ण का था ?
उतर -ब्राम्हण। 

8. मौर्य-साम्राज्य की राजधानी कहा थी ?
उतर -पाटलिपुत्र। 

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9. चाणक्य ने किस ग्रन्थ की रचना की थी?
उतर -अर्थशास्त्र। 

10.अर्थशास्त्र में किसका वर्णन मिलता है?
उतर -मौर्यकाल की राजनितिक स्थिति एव सरकार चलाने की कला। 

11. सेल्यूकस निकेटर कौन था ?
उतर -सिकंदर का सेनापति एव पश्चिमोतर भाग का शासक। 

12. मेगस्थनीज़ कौन था ?
उतर -मेगास्थनीज़ चन्द्रगुप्त मौर्य में दरबार में सेलिक्स निकेटर का राज्यदूत था। 

13. मेगास्थनीज़ ने किस पुस्तक की रचना की थी ?
उतर -इंडिका की। 

14. जूनागढ़ (गुजरात )स्थित सुदर्शन झील का निर्माण किसने करवाया था?
उतर -चन्द्रगुप्त मौर्य ने। 

15. चन्द्रगुप्त मौर्य ने अपने जीवन के अंतिम चरण में कौन सा धर्म ग्रहण किया था?
उतर -जैन धर्म। 

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16. किसके संपर्क में आकर चन्द्रगुप्त मौर्य ने जैन -धर्म ग्रहण किया था ?
उतर -जैनमुनि भद्रबाहु के। 

17. मौर्य काल में शिक्षा का सबसे बड़ा केंद्र कहा था?
उतर -तक्षिला विश्वविधालय ,तक्षशिला में 

18.चन्द्रगुप्त मौर्य की मृत्यु किस प्रकार और कहा हुई  थी ?
उतर -श्रवणबेलगोला (मैसूर )नामक स्थान पर अनशन (उपवास )के द्वारा अपने शरीर का त्याग किया। 

19. उस पहाड़ी का नाम क्या था जिस पर चन्द्रगुप्त मौर्य ने अपना शरीर त्याग था?
उतर -चंद्रगिरि। 

20. चन्द्रगुप्त मौर्य की मृत्यु कब हुई थी ?
उतर -298 ईसा पूर्व में। 

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21. चन्द्रगुप्त मौर्य ने मगध पर कब से कब तक शासन किया था ?
उतर -322 ईसा पूर्व से 298 ईसा पूर्व तक। 

22.  चन्द्रगुप्त मौर्य के बाद मौर्य -साम्राज्य का शासक कौन हुआ ?
उतर -चन्द्रगुप्त का पुत्र बिन्दुसार। 

23. यूनानियों ने बिन्दुसार को कौन कौन सा नाम दिया था?
उतर -अमित्रघात। 

24. बिन्दुसार मगध -साम्राज्य का शासक कब बना था ?
उतर -298 ईसा पूर्व में। 

25. अमित्रघात का क्या अर्थ होता है ?
उतर -शत्रु का विनाशक /

26. बिन्दुसार के कितने पुत्र थे ?
उतर -कहा जाता है कि उसको सौ पुत्र था। राजकुमार सुसीम सबसे बड़ा था। उससे छोटा अशोक था। 

27. बिन्दुसार के शासक में तक्षशिला का राज्यपाल(शासक )कौन था ?
उतर -बिन्दुसार का बड़ा पुत्र राजकुमार सुसीम। 

28.बिन्दुसार के शासनकाल में अशोक कहा का राज्यपाल (शासक )था ?
उतर -उज्जैन का। 

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29. बिन्दुसार के शासनकाल में किस स्थान पर विद्रोह हुआ था और क्यों ?
उतर -तक्षशिला में राजकुमार सुसीम के कुशासन के कारण। 

30. बिन्दुसार के समय तक्षशिला में हुए विद्रोह के दमन के लिए किसे भेजा गया था ?
उतर -अशोक को। 

31. बिन्दुसार ने सीरिया के राजा एण्टियोकस से किस चीज की मांग की थी और उसका उतर क्या मिला था ?
उतर -बिन्दुसार ने बिन्दुसार ने मीठी शराब ,सूखा अजीर और एक दार्शनिक भेजने का आग्रह किया था। सीरिया के शासक ने शराब और अजीर भेज दिया ,किन्तु दार्शनिक भेजने पर असमर्थता जाहिर की ,क्योकि यूनानी विधि के अनुसार दार्शनिक का विक्रय वर्जित था। 

32.बिन्दुसार के शासनकाल में तक्षशिला में कितने विद्रोह हुए थे?
उतर -दो। 

33 बिन्दुसार के शासनकाल में तक्षशिला में हुए दूसरे विद्रोह को दबाने के लिए किसे भेजा था ?
उत्तर -राजकुमार सुसीम को। 

34. बिन्दुसार ने कब से कब तक शासन किया था ?
उतर -298 ईसा पूर्व से 273 ईसा पूर्व तक। 

35.बिन्दुसार की मृत्यु कब हुई थी ?
उतर -273 ईसा पूर्व में।

36. बिन्दुसार की मृत्यु के बाद मौर्य साम्राज्य का शासक कौन हुआ ?
उतर -अशोक जो बिन्दुसार का दूसरा पुत्र था। 

37. अशोक मौर्य-साम्राज्य का शासक कब बना?
उतर -273 ईसा पूर्व में। 
38. . अशोक का राज्याभिषेक कब हुआ था ?
उतर -मगध के शासक बनाने के चार वर्ष बाद अर्थात 269 ईसा पूर्व में। 

39. अशोक को राज्य -सिहासन प्राप्त करने के लिए कितने भाइयो का वध करना पड़ा था ?
उतर -99 भाइयो का। 

40. अशोक की राजधानी कहा थी ?
उतर -पाटलिपुत्र। 

41. अशोक की माता का नाम क्या था ?
उतर -सुभद्रांगी

42. कश्मीर में श्रीनगर शहर की स्थापना किसने की थी ?
उतर -अशोक ने। 

43.कलिंग को विजय किसने और कब किया था ?
उतर -अशोक ने ,261 ईसा पूर्व में। 

44. किस युद्ध के बाद अशोक ने सदा के लिए युद्ध त्यागने की घोषणा की ?
उतर -कलिंग युद्ध के बाद ,क्योकि इस युद्ध में हुए भीषण नरसहार से अशोक का मन द्रवित हो गया। 

45.किस युद्ध के बाद अशोक ने बौद्ध -धर्म ग्रहण किया था ?
उतर -कलिंग युद्ध के बाद। 

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46. अशोक को बौद्ध -धर्म में किसने दीक्षा दी थी ?
उतर -उपगुप्त ने , जो बौद्धभिक्षु था। 

47. बौद्ध धर्म ग्रहण करने के पूर्व अशोक किस धर्म का अनुयायी था ?
उतर -शैव धर्म का। 

48. तीसरा बौद्ध संगीति कहा और किसके शासनकाल में हुआ था ?
उतर -पाटलिपुत्र में अशोक के शासकाल में। 

49. अशोक ने आजीवको के रहने हेतु चार गुहाओं का निर्माण किस स्थान पर करवाया था ?
उतर -बिहार के गया जिले के बराबर की पहाड़ियों में। 

50. साँची का स्तूप किस शासक ने बनवाया था ?
उतर -अशोक ने। 

51. भारहुत का स्तूप किसने बनवाया था ?
उतर -अशोक ने। 

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52. धर्म -महापात्रो की नियुक्ति किसने की थी और क्यों ?
उतर -अशोक ने ,उनका कर्तव्य अशोक के धर्म का प्रचार करना था और लोगो को बौद्ध -धर्म की ओर आकृष्ट करना था। 

53. चार सिंहो के शीर्ष का स्तम्भ अशोक ने कहा बनवाया था ?
उतर -सारनाथ में। 

54. अशोक का धम्म क्या था ?
उतर -धम्म संस्कृत शब्द धर्म का प्राकृत रूप है ,जिसे अपनाकर मनुष्य सदाचारी बन सकता है। 

55. अशोक के  इतिहास की सम्पूर्ण जानकारी हमें किस स्रोत से मिलती है ?
उतर -अभिलेखों से। 

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56.अशोक ने अपने पुत्र महेंद्र एव पुत्री संघमित्रा को बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए कहा भेजा था ?
उतर -श्रीलंका। 

57. अपने धम्म के प्रचार के लिये अशोक ने किस  साधनो का उपयोग किया?
उतर -उसने विभिन्न स्थानों पर शिलाओं तथा स्तंभों पर धम्म के विचारो को लिखवाया। 

58.अशोक के अभिलेखों को प्रमुख रूप से कितने वर्गों में बाटा गया है ?
उतर -शिलालेख ,स्तम्भ लेख तथा गुहा लेख। 

59. अशोक के अभिलेख किस लिपि में लिखे गए थे ?
उतर -ब्राह्मी ,खरोष्ठी ,ग्रीक एव आरमेइक में। 

60.अफगानिस्तान से किस लिपि के अभिलेख मिली है ?
उतर -ग्रीक एव अरमाइक। 

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61. अशोक के शिलालेख कितने है? इन्हे पढ़ने में सर्वप्रथम किसे सफलता मिली?
उतर -14 अभिलेख ,इसे सर्वप्रथम 1837 ई में जेम्स प्रिसेप ने पढ़ने में सफलता प्राप्त की। 

62. अशोक के नौवे से चौदहवे शिलालेख में किन विषयो का वर्णन है?
उतर -नौवा शिलालेख -इसमें सच्ची भेट तथा सच्चे शिष्टाचार का उल्लेख किया गया है। 

दसवा शिलालेख -इसमे अशोक ने आदेश दिया है की राजा तथा उच्च अधिकारी हमेशा प्रजा के हित में सोचे। 

ग्यारहवा  शिलालेख -इसमें धम्म की व्याख्या की गयी है।

बारहवे शिलालेख -इसमें स्त्री महामात्रो की नियुक्ति एव सभी प्रकार के विचारो के सम्मान की बात          कही गयी है। 

तेरहवे शिलालेख -इसमें कलिंग युद्ध का वर्णन एव अशोक के ह्रदय-परिवर्तन की बात कही गयी है।          इसी में पडोसी राजाओ का वर्णन है। 

चौदहवे शिलालेख -अशोक ने जनता को धार्मिक जीवन बिताने के लिए प्रेरित किया। 

63. अशोक के समय मौर्य सम्राट कितने राज्यों में बटा था ?
उतर -पांच राज्यों में 
➤उतर पथ -तक्षशिला 
➤अवन्ति -उज्जैन 
➤कलिंग -तोसली 
➤दक्षिणापथ-सुवर्णगिरि 
➤मध्य देश या प्राची -पाटलिपुत्र 
मगध को प्राची कहा जाता था। 

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64. मौर्य शासनकाल में आम जनता की भाषा क्या थी ?
उतर -पाली 

65. मौर्या शासनकाल में लोगो का मुख्य पेशा क्या था ?
उतर -कृषी 

66.मौर्य शासनकाल में पाटलिपुत्र के अधिकतर भवन किस चीज़ के बने हुए थे?
उतर -लकड़ी के। 

67. मौर्यकाल में कौन सा सिक्का प्रचलित था और वह किस चीज़ का बना था ?
उतर -पण ,चांदी का बना था। 

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68. अशोक ने मगध पर कब से कब तक शासन किया ?
उतर -273 ईसा पूर्व से 232 ईसा पूर्व तक। 

69. मौर्य वंश का सबसे प्रतापी सम्राट कौन हुआ ?
उतर -सम्राट अशोक। 

70. मौर्य काल में ऊनी वस्त्र के उत्पादन का मुख्य केंद्र कहा था ?
उतर -कश्मीर। 

71. मौर्य वंश का समापन काब हुआ था ?
उतर -185 ईसा पूर्व में 

72. मौर्य वंश का अंतिम शासक कौन था?
उतर -वृहद्रथ। 

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73.अशोक के बौद्ध -धर्म के ह्रास का कारन था?
उतर -बौद्ध -भिक्षुओं में अनैतिक गुणों की वृद्धि। 

74. मौर्य वंश के बाद किस वंश की नीव पड़ी?
उतर -शुंग वंश। 

75. शुंग-साम्राज्य की स्थापना किसने की थी ?
उतर -पुष्यमित्र शुंग ,जो मौर्य साम्राज्य में मंंत्री था। 

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